धर्म क्या है और क्या नहीं है- संतोष शाक्य

न पूजा धर्म है,
न इबादत धर्म है,
न किताबें धर्म हैं,
न किताबी बातें धर्म है,
न पूजा स्थल धर्म है,
न तीर्थ स्थल धर्म है,
न पाक जगह धर्म है,
न चोटी धर्म है,
न टोपी धर्म है,
न धोती धर्म है,
न पाजामा है,
न बाबा धर्म है,
न आका धर्म है,
न स्वर्ग धर्म है,
न जन्नत धर्म है,
न मनौती धर्म है,
न मन्नत धर्म है,
न नरक धर्म है,
न जहन्नुम धर्म है,
न पर्दा धर्म है,
न बलि धर्म है,
न ईश्वर धर्म है,
न खुदा धर्म है,
न गॉड धर्म है.
न, हटाकर पढो,
तो पता चलेगा,
जो धर्म नहीं है,
उसी को धर्म बना दिया गया है.
फिर धर्म क्या है,
न्याय धर्म है,
दया धर्म है,
करूणा धर्म है,
प्रेम धर्म है,
सील धर्म है,
सदाचार धर्म है,
अच्छा व्यवहार धर्म है,
निर्बल की रक्षा धर्म है.
- संतोष शाक्य

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